क्रीड़ा योग

₹50.00
In stock
SKU
BBB00059
श्री (स्वर्गीय) दत्ताराम पोळ जो कि विवेकानन्द केन्द्र के वानप्रस्थी कार्यकर्ता रह चुके हैं, अन्य संगठनात्मक गुणों के साथ विभिन्न खेल सीखने के माध्यम से शिविरार्थियों में उनकीछाप विशेष रूप से थी । वे वृद्धावस्था में भी युवा का जोश रखते थे और युवाओं में विशेषरूप से प्रचलित थे । यह पुस्तक 'क्रीड़ा योग' उन्हीं की देन है - जिन खेलों से न केवल शरीर ही चुस्त होगा बल्कि मन भी आनन्दित होगा । 1 : सामूहिक क्रीड़ा 2 : मण्डल क्रीड़ा 3 : एक पंक्ति क्रीड़ा 4 : दो पंक्ति क्रीड़ा 5 : गृहस्थित क्रीड़ा


Get the eBook from Google Play Store (view sample below)



Get the eBook from Google Play Store (view sample below)
More Information
Publication Year 2016
Edition 1
Pages 126
Format Soft Cover
Author Datta Ram Poli
Write Your Own Review
You're reviewing:क्रीड़ा योग
©Copyright Vivekananda Kendra 2011-2050. All Rights Reserved.